अतीत से प्रेरणा लेकर देश को सजाने व संवारने का काम ही अमृत महोत्सव की उपलब्धि: प्रो कमला श्रीवास्तव


लोक विमर्श के समापन पर 11 विभूतियां सम्मानित

- विकास नगर स्थित राजकीय कन्या इण्टर कालेज में 

रंगोली एवं चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन

लखनऊ(सौम्य भारत)। राजकीय बालिका इन्टर काॅलेज विकासनगर में लोक संस्कृति शोध संस्थान व लोकरंग फाउण्डेशन के तत्वावधान में दो दिवसीय लोक विमर्श का मंगलवार को समापन हुआ।

इस दौरान आजादी के अमृत महोत्सव पर राष्ट्रनायकों की गौरव गाथा का आख्यान हुआ। इस अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान के लिए 11 विभूतियों को सम्मानित भी किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ संगीत विदुषी प्रो. कमला श्रीवास्तव, वरिष्ठ साहित्यकार डा. विद्याविन्दु सिंह, लोक संस्कृति शोध संस्थान की सचिव सुधा द्विवेदी व प्रधानाचार्य कुसुम वर्मा ने दीप जलाकर किया। इस मौके पर प्रो. कमला श्रीवास्तव ने देश की आजादी के संघर्ष तथा राष्ट्र निर्माण में योगदान देने वाली विभूतियों का पुण्य स्मरण करते हुए कहा कि अतीत से प्रेरणा लेकर देश को संभालने, सजाने और संवारने का काम ही अमृत महोत्सव की उपलब्धि होगी। डा. विद्या विन्दु सिंह ने कहा कि पूर्वजों के स्मरण को पुनीत कार्य होता है।

मिशन शक्ति एवं आजादी के अमृत महोत्सव पर केन्द्रित रंगोली व चित्रकला प्रतियोगिता में राजकीय बालिका इण्टर कालेज की 130 से अधिक छात्राओं ने प्रतिभाग किया। श्रीमती श्यामा देवी रंगोली प्रतियोगिता में शिवांगी, सुहांगी, रूचि जायसवाल व स्वाति गौतम के समूह को प्रथम, मोहिनी देवी, मोहिनी कुमारी के समूह को द्वितीय, रूचि, शालिनी व प्राची के समूह को तृतीय स्थान मिला। इसी प्रकार चित्रकला प्रतियोगिता में ज्योति पाठक को प्रथम, समीना को द्वितीय एवं किरन शर्मा को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ। कहकशां, कोमल, अलीशा, नेहा, प्रियंका, श्रुति, सुधा, मानसी, नेहा और तंजीम को सान्त्वना पुरस्कार मिला। इस दौरान प्रो. कमला श्रीवास्तव के निर्देशन में वरिष्ठ लोकगायिका इन्द्रा श्रीवास्तव, प्रो. मधुरिमा लाल, डा. सरोजिनी सक्सेना, सरिता अग्रवाल, अम्बुज अग्रवाल, चित्रा जायसवाल, संगीता खरे, सीमा अग्रवाल, सुषमा प्रकाश, शैलजा श्रीवास्तव, रीता पाण्डेय, अरूणा उपाध्याय, कुमकुम मिश्रा, रेखा अग्रवाल, दिव्यांशी मिश्रा, नम्रता मिश्रा, अलका चतुर्वेदी, डा. पूर्णिमा अग्रहरि व अन्य ने सराहनीय प्रस्तुति दी। संचालन इंजी. जीतेश श्रीवास्तव ने किया। स्वरा त्रिपाठी, डा. वन्दना शुक्ला, रेखा मिश्रा, निधि निगम, कल्पना सक्सेना व डा. भक्ति शुक्ला ने इन गीतों पर नृत्य भी किया। इसके बाद हिमांशु बाजपेयी को किस्सागोई परम्परा संवर्द्धन के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान हेतु पद्मश्री डॉ. योगेश प्रवीन स्मृति लोक प्रतिभा सम्मान, लोक गायिका डा. रंजना अग्रहरि को श्रीमती आरती पाण्डेय स्मृति लोक संगीत सम्मान, लोक गायिका नीरा मिश्रा को प्रो. कमला श्रीवास्तव लोक संगीत ध्वजवाहक सम्मान, रमा सिंह को सांस्कृतिक उन्नयन एवं पूर्वज स्मृति संरक्षण के लिए श्रीमती प्राण देवी स्मृति लोक साधक सम्मान, साहित्यकार डॉ. सुरभि सिंह को श्रीमती प्रभु देवी स्मृति लोक साधक सम्मान, समाजसेवी ओम कुमारी सिंह को श्री गोविन्द प्रसाद टिबड़ेवाल स्मृति लोक सेवा सम्मान, आल्हा गायिका अलका बाजपेई को श्रीमती शोभा देवी स्मृति लोक कलाकार सम्मान, नाटककार गजेन्द्र सिंह चौहान उर्फ सोनल ठाकुर को श्री सीताराम तिवारी स्मृति लोक कलाकार सम्मान, कठपुतली विशेषज्ञ श्रुति चोपड़ा को श्रीमती रमावती देवी स्मृति लोक कलाकार सम्मान, कला समीक्षक दुर्गा शर्मा को श्री जे.पी.लम्बोदर स्मृति कलमकार सम्मान एवं कला चिन्तक व विख्यात जादूगर आफताब हुसैन को डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम स्मृति सेवा सम्मान प्रदान किया गया।