अटेवा ने कैंडल मार्च निकालकर पुलवामा शहीदों को किया याद


- अर्धसैनिक बलों के लिए की पुरानी पेंशन की माँग
लखनऊ(सौम्य भारत)। अटेवा के आवाह्न पर गत वर्ष पुलवामा में शहीद वीर जवानों की पहली बरसी पर शुक्रवार को कैंडिल मार्च गाँधी प्रतिमा से प्रारंभ होकर नगर निगम, नावेल्टी के सामने से मेफेयर तिराहे होते हुए पुनः गांधी प्रतिमा पर समाप्त हुई। मार्च समाप्त होने पर सभी ने पुलवामा शहीदों को श्रद्धांजलि दी। इस दौरान लोगों ने देश के लिए अपनी जान न्योछावर करने वाले देश के शहीद जवानों के लिए पुरानी पेंशन की बहाली की माँग की। लोगों का कहना है जिनके कंधों पर देश की जिम्मेदारी है, आखिर सरकार क्यों उनकी जिम्मेदारी नहीं उठा रही। यह अत्यंत ही दुर्भाग्यपूर्ण है, सरकार जल्द से जल्द अर्धसैनिक बलों के लिए पुरानी पेंशन बहाल करे। अटेवा के प्रदेश महामंत्री डॉ नीरजपति त्रिपाठी ने कहा देश के लिए अपनी जान न्योछावर करने वाले अर्धसैनिक बलों की पेंशन बहाल करना सच्ची देशभक्ति होगी। इस मौके पर लुआक्टा के अध्यक्ष मनोज पाण्डेय ने कहा आज हमारा देश इसलिए सुरक्षित है क्योंकि हमारे सेना के जवान और अर्धसैनिक बलों के जवान सीमा पर खड़े है, लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि उनका भविष्य ही सुरक्षित नहीं है। इस दौरान उत्तर प्रदेश फार्मासिस्ट एसोसिएशन के प्रदेश महामन्त्री श्रवण सचान, विक्रमादित्य मौर्य, डॉ रमेश चंद्र त्रिपाठी, रजत प्रकाश, अनूप त्रिपाठी, नरेंद्र यादव, श्रवण सचान, सत्या यादव, दिनेश, राजेश पाण्डेय, रजत यादव, राकेश कुमार, दयाशंकर, पंकज गुप्ता, पवन कुमार, सुरेंद्र पाल, ज्ञानेंद्र शंकर त्रिपाठी, डॉ अनुराग मिश्र, हरिशंकर राठौर,आनन्द मिश्रा, डॉ नन्द लाल कनौजिया, दिनेश चौहान, शैलेन्द्र सिंह रावत व सुरेंद्र वर्मा मौजूद थे।