बड़के स्कूल मा सिरफ बिटियवै पढ़त हैं...

- राजकीय बालिका इंटर कालेज विकासनगर में अवधी कहानी लेखन एवं अनुवाद प्रशिक्षण निर्माण का समापन 

लखनऊ(सौम्य भारत)।  यहि बड़के स्कूल मा सरफ बिटियवै पढ़त हैं। लरिकन का स्कूल अलग बना है। अब तौ हमरेव गांव के नाव वाली कै सुंदरपुर होइगा। अब सिरफ कहई तैं सुन्दरपुर है। उक्त पंक्तियो के माध्यम से शुक्रवार को राजकीय बालिका इंटर कालेज विकासनगर के छात्रा मनोरमा निषाद ने कॉलेज में अवधी कहानी लेखन एवं अनुवाद प्रशिक्षण रणनीति के समापन पर अवधी भाषा में कही। छात्रा मनोरमा निषाद ने कहा कि सरकारी इमारत के नाम पर सिरफ प्राइमरी स्कूल अउर पंचायत घर रहाै। जूनियर स्कूल, पड़ोसी गांव राधेपुर अउर बड़ा स्कूल विकासनगर मा रहै। लोग बतावत रहैं कि लखनऊ के किनारे एक नवा मुहल्ला बसि गवा है जहां जेहिका नाव विकासनगर रखा गवा है। इस  दौरान मुख्य अतिथि राष्ट्रपति पुरस्कार के डॉ राम बहादुर मिश्रण ने कहा कि वैश्विकता के दौर में बोलियों पर संकट का निदान बोलियों के प्रति नई पीढ़ी को आकर्षित कर रहा है। प्रधानाचार्य कुसुम वर्मा ने कहा कि साहित्य में जब बालिकाएं लेखनी चलाएंगी तभी उन्हें खोला जा सकेगा क्योंकि भुक्तभोगी से बेहतर और कौन सा लेखन संभव होगा। कार्यक्रम में हास्य कवि प्रदीप महाजन ने अपने अवधी से बहुत सारे प्रश्न किए। इस दौरान प्रदीप सारंग ने कहा कि लेखन के द्वारा समाज की नई संरचना को दिशा दी जा सकती है। इतिहास साक्षी है कि लेखकों ने राजनीति से लेकर कई क्रांतियों तक को आधार प्रदान किया है। इस श्रेष्ठ वचन व बयान के लिए मनोरमा निषाद और ब्यूटी मोदी को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर सामाजिक कार्यकर्ता रमेश चंद्र रावत, मधुलिका चतुर्वेदी शास्त्र रसायन विज्ञान, सीमा वर्मा, मधुलिका चतुर्वेदी, वन्दना राय, स्मिता पटेल,



रश्मि मिश्रा, मीनाक्षी श्रीवास्तव व बबिता वर्मा मौजूद थे।