देश के मूल में है विविधता में एकता: अतुल द्विवेदी

लखनऊ(सौम्य भारत)। नेताजी सुभाष चंद्र बोस राजकीय महिला लिंक अलीगंज में भाषा संगम का आयोजन किया गया, जिसका उद्घाटन मुख्य अतिथि लोक एवं जनजाति कला एवं संस्कृति संस्थान के निदेशक अतुल द्विवेदी ने किया। उन्होंने कहा कि विविधता में एकता हमारे देश के मूल में है। अलग-अलग भाषाएं बोलते हैं हम वेष भूषा तीज त्योहार मनाने के अलग-अलग तरीके हैं, लेकिन हम सभी में भारतीयता का भाव है। 


आधुनिकतावाद की दौड़ में कहीं न कहीं हम अपनी जड़ें जमा चुके हैं। आज पश्चिमी देश कृत्रिम साधनो से आनंद की खोज में लगे हैं, जबकि हमारे देश की संस्कृति में वर्ष पर्यंत आनंद उत्सव की परिकल्पना की गई है। भाटखंडे विवि की पूर्व कुलपति डा पूर्णिमा पाण्डे ने कहा कि ऐसी घटनाओं से आज की पीढ़ी को पता चलता है कि हमारी पास कितनी समृद्धि है। प्राचार्य प्रो अनुराधा तिवारी ने कहा कि भाषा जोड़ने का काम करती है। उन्होंने बंगाली भाषा में अपना उद्बोधन देते हुए कहा कि छात्रों को पता चल रहा है कि हमारे पास विशाल आकाश की थाती है। इस मुख्य अतिथि अतुल द्विवेदी व विशिष्ट अतिथि नालंदा विवि के संस्कृत विभाग के अध्यक्ष प्रो विजय कर्ण ने छात्राओं को सम्मानित किया। इस दौरान राजीव यादव, डा पूनम वर्मा व सेवानिवृत प्राचार्य प्रोफेसर सुस्मिता चंद्रा विशेष रूप से मौजूद थीं।