बच्चों में बीमारियों से लड़ने में सिद्ध होगा डिजिटल माध्यम: डॉ राहुल


- गोमती नगर में बच्चों के मस्तिष्क विकास में आने वाली समस्याओं पर एक दिवसीय कार्यशाला

लखनऊ(सौम्य भारत)। उत्तर प्रदेश बाल अकादमी पीडियाट्रिक न्यूरोलॉजी चैप्टर के तत्वावधान में रविवार को गोमतीनगर में बाल मनोवैज्ञानिक में बच्चों के मस्तिष्क के विकास से संबंधित समस्याओं पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस दौरान लंदन से प्रशिक्षित अपने देश में पले बढ़े बाल तंत्रिका रोग विशेषज्ञ डॉ राहुल भारत ने ऐसे बच्चों के लिए डिजिटल प्रशिक्षण कार्यक्रम बनाया है, जिसमें लगभग 70% बच्चों को पढ़ाई लिखाई की मुख्यधारा से जोड़ने में सफलता प्राप्त हुआ है। उन्होंने बताया कि जीनियस लेन नाम का एक अभिभावक सहायता ऐप भी बनाया है जो अभिभावकों को इन समस्याओं को समझने और निराकरण करने में बेहद उपयोगी सिद्ध हो रहा है, जिसका नाम है जीनियस लेन ऐप। उत्तर प्रदेश बाल अकादमी के अध्यक्ष डॉ संजय निरंजन ने बताया कि हमारे देश में लगभग 33000 बाल रोग विशेषज्ञों का एक निकाय है, जिसे भारतीय बाल  अकादमी के नाम से जाना जाता है। लखनऊ बाल अकादमी के उपाध्यक्ष डॉ  टीआर यादव ने बताया कि देश व प्रदेश के सभी बाल रोग विशेषज्ञों व बाल मनोवैज्ञानिकों को ऐसे बच्चों की पहचान के लिए आवश्यक प्रशिक्षण की जरुरत है, जिससे बच्चों को नीम हकीम गैर प्रमाणित चिकित्सा पद्धति और गैर प्रमाणित उपचार पद्धति से बचाया जा सके। किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज के पूर्व बाल रोग विभागाध्यक्ष प्रो रश्मि कुमार ने बताया कि यह एक सराहनीय कदम है। भविष्य में यह प्रयास बाल तंत्रिका तंत्र रोग एवं मस्तिष्क के विकास में आने वाली समस्याओं के निराकरण में मील का पत्थर साबित होगा।