सकारात्मक सोच है आज की मांग: बहन पूनम


जानकीपुरम विस्तार स्थित प्ले ग्राउंड में अलविदा तनाव कार्यक्रम

लखनऊ। हर व्यक्ति अपना स्वभाव ही बना लें कि हर परिस्थिति को पाॅजिटिव ही सोचेंगे तो तनाव की कोई जगह जीवन में कही होगी ही नहीं। सकारात्मक सोच आज की मांग है। यह बात शुक्रवार को प्रख्यात तनाव मुक्ति विशेषज्ञ ब्रम्हाकुमारी पूनम बहन ने जानकीपुरम विस्तार स्थित प्ले ग्राउंड में अलविदा तनाव कार्यक्रम के दूसरे दिन कही।

उन्होंने कहा कि समय को डाक्टर भी कहा जाता है। किसी भी घटना रूपी घाव पर समय का मरहम अति उत्तम, अचूक असरदार होता है। कोई कैसा भी घटना हो उसका प्रभाव समय के अन्तराल से कम होता जाता है। समय के अनुसार परिस्थितियां भी बदल जाती हैं। वतर्मान में भूतकाल में परिवतिर्त होकर कभी भी वापस नहीं आता। यदि तनाव भूत की घटनाओं की उपज है तो जरा सोचो आज की घटना 20 वर्ष बाद कितनी प्रभावकारी रहेगी। इस प्रकार अगर देखे तो किसी भी घटना से तनाव नही हो सकता। आज तक जीवन में कैसी-कैसी घटना हमारे जीवन में घटी होगी पर आज वह 90 फीसदी घटनायें याद ही नहीं हैं, लेकिन घटना के समय हमारी स्थिति बड़ी दयनीय थी। इसी प्रकार आज की घटना का हस्र भी कल ऐसा ही होने वाला है।