मां-बाप का ख्याल बेटों से बेहतर कर रही हैं बेटियां: विद्याविंदु सिंह


चित्रकला प्रतियोगिता के साथ ही हुईं कठपुतली व जादू की प्रस्तुति

लखनऊ(सौम्य भारत)। बेटियां अपने मां-बाप का ख्याल बेटों से बेहतर कर रही हैं। इसके पीछे नारी की ममत्व भावना ही काम करती है। यह बात सोमवार को लोक विदुषी डा विद्याविन्दु सिंह ने राजकीय बालिका इन्टर काॅलेज विकासनगर में लोक संस्कृति शोध संस्थान व लोकरंग फाउण्डेशन के तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम के दौरान कही। उन्होंने कहा कि बच्चियों को समुचित शिक्षा देने, आत्मनिर्भर व स्वावलम्बी बनाने के सरकारी प्रयास तभी सफल होंगे जब हम उसे सामाजिक आन्दोलन बनायेंगे। इसके बाद सुप्रसिद्ध कठपुतली कलाकार व नटराजन पपेट ग्रुप के दलनेता देवी शंकर ने कठपुतली का प्रदर्शन कर लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। कठपुतलियों की नोक-झोंक, गीत-संगीत के सहारे लैंगिक असमानता, कुरीतियों व सामाजिक विसंगतियों पर कटाक्ष करते हुए बेटी-बचाओ, बेटी पढ़ाओ और बेटी बढ़ाओ का सन्देश दिया। इसके अलावा जादूगर सुरेश, मैजिकमैन आफताब और जादूगर शाशा ने एक से बढ़कर एक जादू के कारनामे दिखाए। राष्ट्रीय एकता, अखण्डता, गौरव व स्वाभिमान को लेकर सार्थक सन्देश देती हुई जादुई प्रस्तुतियों को खूब सराहना मिली। नारी सशक्तिकरण, सुरक्षा और सम्मान पर आधारित मिशन शक्ति तथा आजादी के अमृत महोत्सव पर केन्द्रित यह आयोजन वरिष्ठ लोकगायिका आरती पाण्डेय की स्मृति को समर्पित रहा। कार्यक्रम में प्रो. सुधाकर तिवारी, मयूरी पाण्डेय, राजनारायण वर्मा, विद्यालय की प्रधानाचार्य कुसुम वर्मा, लोक संस्कृति शोध संस्थान की सचिव सुधा द्विवेदी ने दीप प्रज्ज्वलन कर किया। इंजी. जीतेश श्रीवास्तव, अविनाश पांडेय, नीलम वर्मा, व मधुलिका श्रीवास्तव ने अतिथियों का स्वागत किया। इस अवसर पर रंगोली व चित्रकला की प्रतियोगिता भी हुई जिसमें एक सौ से अधिक छात्राओं ने प्रतिभाग किया। लोक संस्कृति शोध संस्थान की सचिव सुधा द्विवेदी ने बताया कि लोक विमर्श के दूसरे दिन मंगलवार को अमृत महोत्सव पर आधारित परिचर्चा तथा संगीत विदुषी प्रो. कमला श्रीवास्तव के निर्देशन में सोनवा के चिरइया हमार देसवा नामक सांस्कृतिक प्रस्तुति होगी। साथ ही विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान हेतु 11 विभूतियों को सम्मानित किया जायेगा।