सांसद व विधायक की भांति कर्मचारियों को मिले पेंशन: अटेवा अध्यक्ष

 सांसद व विधायक की भांति कर्मचारियों को मिले पेंशन: अटेवा अध्यक्ष

- निजीकरण व एनपीएस के खिलाफ ईको गार्डेन अटेवा की पेंशन शंखनाद रैली 21 को

लखनऊ(


सौम्य भारत)। सांसद व विधायक की भांति कर्मचारियों को पेंशन मिलनी चाहिये। यह बात अटेवा के प्रदेश अध्यक्ष विजय कुमार बंधु ने बृहस्पतिवार को राजभवन के सामने लोक निर्माण विभाग कार्यालय परिसर में पत्रकारों से कही। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों को सरकार की खैरात नहीं पेंडिंग पेंशन वेतन चाहिए। मुख्यमंत्री आदित्य नाथ योगी जब सांसद थे तब पेंशन योजना लागू करने के लिए पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को पत्र लिखा करते थे और अब जब सरकार में आये और मुख्यमंत्री बन गए तो भूल गए। बन्धु ने कहा कि मुख्यमंत्री खुद चार चार पेंशन ले रहे हैं और कर्मचारी जो अपनी जवानी सरकार को दे दिया लेकिन कोई पेंशन नहीं है। प्रदेश महामंत्री नीरज पति त्रिपाठी ने कहा कि सरकारी कर्मचारी को सेवानिवृत्ति के बाद दिया जाने वाला लंबित वेतन पेंशन है। जब किसी कर्मचारी का वेतन निर्धारण किया जाता है उसके वेतन का कुछ भाग उसे सेवानिवृत्ति के बाद देने के लिए सरकार अपने पास रोक लेती है। इसी को लंबित वेतन कहा जाता है और इसी लंबित वेतन से सेवानिवृत्ति के उपरांत कर्मचारी को पेंशन दी जाती है। उन्होंने बताया कि 21 नवंबर को इको गार्डन में पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल करने के लिए सभी विभागों के कर्मचारी एकजुट होकर के अपनी शक्ति का प्रदर्शन करेंगे। इस दौरान भारत सिंह, राम राज दुबे, बीरेन्द्र कुमार, राम सुरेश, ओम प्रकाश पटेल, जेपी पाण्डेय, पदम् नाथ त्रिवेदी, सुनील यादव, सलिल कुमार शुक्ल, जय प्रकाश तिवारी, शिव कुमार यादव, सुभाष मिश्र, सुधांशु शर्मा, विनोद कुमार हरिकेश यादव, सुरेश सिंह यादव व प्रदेश मीडिया प्रभारी डॉक्टर राजेश कुमार मौजूद थे।