महागठबंधन में शामिल न होने पर समाजवादी पार्टी को होगा नुकसान: विश्वात्मा

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आज गांधी भवन सभागार में होगी विश्व शांति संगोष्ठी

लखनऊ( सौम्य भारत)। भारतीय महागठबंधन के प्रवक्ता विश्वात्मा ने सोमवार को पत्रकारों से बताया कि महागठबंधन में समाजवादी पार्टी अगर शामिल नहीं होती है तो उसे भारी नुकसान हो सकता है। उन्होंने कहा कि अनुसूचित जातियों, जनजातियों, पिछड़े वर्गों और अल्पसंख्यकों की राजनीतिक एकजुटता के लिए महागठबंधन केवल बुद्धिजीवियों के बीच ही काम नहीं करेगा, अपितु गांव-गांव और घर-घर जाकर लोगों में जागृति पैदा करेगा। उन्होंने कहा कि इसी नीति के तहत महागठबंधन ने फैसला किया है कि अब पूरे प्रदेश में महागठबंधन एकजुटता संदेश यात्रा निकालेगा। इस यात्रा की शुरुआत पश्चिमी उत्तर प्रदेश से  26 सितंबर 2021 को होगी। दूसरे चरण की यात्रा का प्रारंभ मुरादाबाद से होगा और समापन आगरा में 2 अक्टूबर 2021 को होगी। उन्होंने कहा कि इसके बाद महागठबंधन की समीक्षा बैठक होगी और समीक्षा के निष्कर्षों का उपयोग करते हुए तीसरे चरण की यात्रा के कार्यक्रम की घोषणा की जाएगी। उन्होंने बताया कि पहले चरण की यात्रा जुलाई महीने में संपन्न हो चुकी है। यात्रा लखनऊ से शुरू हुई थी और लखनऊ, मलीहाबाद, शाहाबाद, हरदोई, शाहजहांपुर व बरेली होते हुए मुरादाबाद में 2 अगस्त को समाप्त हुई थी। आईजीए के प्रवक्ता विश्वात्मा ने कहा कि जन जागरण की गति की तीव्रता को बढ़ाने के लिए गठबंधन से जुड़े सभी 44 राजनीतिक दलों और गठबंधनों ने अपने अपने स्तर पर जन जागरण और सांगठनिक एकजुटता कार्यक्रम शुरू कर दिया है। इसी क्रम में राष्ट्रीय भागीदारी फोरम का सदस्य दल, वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल शाहजहांपुर में अंतरराष्ट्रीय शांति दिवस के अवसर पर 21 सितंबर को गांधी भवन सभागार में विश्व शांति संगोष्ठी आयोजित कर रही है, जिसमें इत्तेहाद ए मिल्लत कौंसिल पार्टी के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा खान प्रमुख वक्ता होंगे। इसी क्रम में आईजीए से जुड़ा घटक व्यवस्था परिवर्तन मोर्चा कानपुर में 2 अक्टूबर को मंडलीय सम्मेलन आयोजित कर रहा है।