जनगणना में जातीय जनगणना को शामिल किए जाने की मांग को लेकर प्रधानमंत्री को ज्ञापन

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नऊ(सौम्य भारत)। सामाजिक चेतना फाउण्डेशन न्यास के संस्थापक इलाहाबाद उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायमूर्ति वीरेन्द्र सिंह यादव के निर्देश पर शनिवार को मण्डलायुक्त कार्यालय पर प्रदर्शन किया। इसके बाद मण्डलायुक्त के माध्यम से 2021 की जनगणना में जातीय जनगणना को शामिल किए जाने की मांग को लेकर प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन दिया। 

वक्ताओं ने बताया कि आज के दिन बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री बीपी मंडल की रिपोर्ट (मंडल कमीशन) के आधार पर पूर्व प्रधानमंत्री स्व वीपी सिंह ने रिपोर्ट की कुछ संस्तुतियां लागू की थीं। आज देश में पिछड़ों के लिए 1931 जाति आधारित जनगणना जो कि ब्रिटिश हुकूमत के द्वारा करवाई गई थी। इस अवसर पर अधिवक्ता साथी व लखनऊ बार एसोसिएशन के महामंत्री एड जितेंद्र यादव जीतू, राजेश अधिवक्ता, डॉ छविलाल अंबेडकर सामाजिक चिंतक, चंद्रप्रकाश छात्र नेता, आलोक यादव व डॉ राजेश कुमार मौजूद थे। इसके अलावा फैजाबाद में एडवोकेट अखंड प्रताप सिंह ने अपने साथियों के साथ ज्ञापन दिया। अलीगढ़ में एडवोकेट शिशुपाल यादव, आगरा में डॉ आसाराम यादव, इलाहाबाद में डॉ ओम प्रकाश कनौजिया, मुरादाबाद में एस के यादव, सहारनपुर में अजीज खान, बरेली में भारत भूषण, बस्ती में पवन मौर्या, गोरखपुर में डॉ दुर्गा प्रसाद यादव, झांसी में राजबहादुर, कानपुर में डॉ कमलेश यादव, मेरठ में सोमपाल, गोंडा में दयाशंकर बसंत कुमार व हरि सिंह, वाराणसी में कन्हैया लाल, आजमगढ़ में एडवोकेट राजेश कुमार के माध्यम से ज्ञापन सौंपा गया। वहीं दूसरी ओर प्रतापगढ़ में एडवोकेट अनिल कुमार, रायबरेली में विनय कुमार, सीतापुर में एडवोकेट अमित राठौर, मनोज कुमार राठौर व सिधौली में एडवोकेट रमेश कुमार यादव, मनोज कुमार, अभिषेक यादव, विद्यासागर, बाराबंकी जिले में एडवोकेट विनोद कुमार, अंबेडकरनगर में श्रवण कुमार, बलरामपुर पवन, बुलंदशहर डॉ संजीव, डॉ सुखदेव, रामपुर में नईम, फतेहपुर में गंगाराम राजपूत, हमीरपुर में संदीप यादव, उरई जालौन में ब्रजराज अखिलेश, धीरेंद्र व भारत सिंह, शाहजहांपुर में विनोद राठौर, सत्यपाल व अशोक, राजकुमार, संभल में शिवम सिंह, त्रिभुवन सिंह व पवन मौर्या, मऊ में बंशीधर चौहान, अमर सिंह यादव, कन्हैया लाल, दिल्ली में डॉ अनिल जय हिंद, भूप सिंह यादव, मथुरा में संतोष यादव, देवेंद्र गौतम, नरेंद्र कुशवाहा, मिर्जापुर में राधेश्याम यादव, ईश्वर चंद, अमेठी में अंबिका प्रसाद, अमरोहा में राजकमल, औरैया में अमन यादव, बदायूं में मनोज कुमार, अफाक हुसैन, बहराइच में कृपाराम, बलिया में मुरली लाल, बांदा में सूबेदार यादव, बस्ती में राजेश, बिजनौर में विपुल मलिक, चंदौली में इंद्रजीत सिंह कुशवाहा, चित्रकूट में डॉ सुनील पाल, देवरिया में इंद्रनारायण, एटा में बीके सिंह, इटावा में इं शिवराज, फर्रुखाबाद में अमन यादव, फिरोजाबाद में संजय समर्थ उदय प्रताप,  नोएडा में नरेंद्र, गोविंद सिंह, गाजियाबाद में राम नारायण सिंह, बृज नाथ, शामली में अभिषेक कुमार, मुजफ्फरनगर में कुलदीप यादव, कुशीनगर में डॉ छविलाल अंबेडकर, गाजीपुर में अनुराग, मैनपुरी में डॉक्टर रामवीर सिंह, गोंडा में बसंत यादव, राम सजीवन, प्रभु नाथ, हरदोई में राजीव कुमार, रमेश, हापुर में रेशमा यादव, कन्नौज में सुफियान अहमद, डॉक्टर प्रबल प्रताप, कानपुर देहात में रंजीत, कासगंज में रणविजय कुशवाहा, जौनपुर में शोभना भारती, हाथरस में अब्दुल मजीद, कौशांबी में एडवोकेट रामफेर, लखीमपुर खीरी में अध्यापक मनीष चंद, धर्मेंद्र , मंजोत सिंह, ललितपुर में आधार सिंह, अनिल, इंजीनियर राजेंद्र सिंह, महाराजगंज में जगदीश प्रसाद, महोबा में बृजेंद्र, सूबेदार सिंह, उन्नाव में साहब लाल, सर्वेश पाल, सोनभद्र में श्याम बिहारी, सुरेश प्रकाश, कमलेश ने ज्ञापन सौंपकर ओबीसी की जातिगत जनगणना कराए जाने की मांग की।