तेल व गैस की क़ीमतों के विरोध में रालोद का हस्ताक्षर अभियान


लखनऊ(सौम्य भारत)। बढ़ती डीज़ल, पेट्रोल व रसोई गैस की कीमतों के विरोध में मंगलवार को हजरतगंज में हस्ताक्षर अभियान चलाया गया। इस दौरान अनुपम मिश्रा ने कहा कि विगत में जिस प्रकार अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमतें कम होने के बाद भी देश में तेल की कीमतें आसमान छू रही है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 में जब भाजपा सरकार सत्ता में आई थी तब पेट्रोल की कीमत ₹71.51 पैसे तथा डीजल की कीमत ₹57.28 पैसे थी, वहीं आज पेट्रोल की कीमत 97.05 पैसे पहुंच गई है और डीजल 89.75 ₹ है। 

प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर मसूद अहमद ने कहा कि कोरोना काल में जब लोगों के रोजगार छिन चुके हैं और घर चलाना मुश्किल है। ऐसे समय में तेल और गैस के दामों में बेतहाशा वृद्धि जनता को भूखों मरने के लिए छोड़ने जैसा है। नगर अध्यक्ष चंद्रकांत अवस्थी ने कहा कि आज प्रदेश में चारों ओर त्राहि-त्राहि मची हुई है। 

प्रदेश प्रवक्ता एसएन त्रिवेदी ने सरकार को इसका खामियाजा भुगतने के लिए 2022 और 2024 में तैयार रहने की बात कही।