नगर निगम के अधिकारियों की मर चुकी है इंसानियत: जानकीपुरम व्यापार मंडल अध्यक्ष

 

-लॉकडाउन में नगर निगम चला रहा है गुमटी उठाओ अभियान, नागरिकों ने रोका


  लखनऊ(सौम्य भारत)। प्रदेश में कोरोना महामारी के कारण सरकार ने एक तरफ लॉक डाउन लगा रखा है। दुकानदार दुकानें बंद करके बीमारी से लड़ रहा है, चाहे वह पक्की दुकान हो या फिर गुमटी वाले हों, लेकिन नगर निगम के अधिकारियों व कर्मचारियों की मिली भगत से शहर के चौराहे पर बन्द गरीब लोगों की गुमटियों को उठाले जा रहे हैं। यह कहा कि न्याय है। इसकी बानगी जोन 3 के जानकीपुरम सहित अन्य कालोनी में देखी जा सकती है। रविवार को नगर निगम के कर्मचारियों ने मुलायम तिराहा, भवानी चौराहा, जानकीपुरम थाना चौराहा व 60 फ़ीट रोड़ के किनारे गुमटी रख कर पान मसाला व सब्जियां लगाकर अपने परिवार का भरण पोषण करते थे। लॉक डाउन के कारण कुछ व्यापारी अपने घरों में कैद हैं और कुछ कोरोना जैसी गम्भीर बीमारी से परेशान हैं। इस दौरान एक महिला जो अपनी गुमटी में सब्जियां बेचकर बच्चों को पालती है। वह नगर निगम की गाड़ी के सामने आ गई और गिड़गिड़ाने लगी लेकिन नगर निगम के कर्मचारी नहीं पसीजे। इस दौरान जानकीपुरम व्यापार मण्डल के अध्यक्ष शिव शंकर राजपूत ने बताया कि इस दौरान सभी लोग व्यापारी व कर्मचारी सब के सब कोरोना महामारी से लड़ रहे हैं। छोटे बड़े सभी व्यापारी वर्ग का व्यापार चौपट हो गया। इसके चलते एक तो पहले से दुकान वाले परेशान है दूसरी तरफ नगर निगम वाले गरीब लोगों की गुमटियां उठा रहे हैं। उन्होंने बताया कि नगर निगम की इंसानियत पूरी तरह से मर चुकी है। नगर निगम वाले अभियान चला रहे है। जबकि नगर निगम को इस दौरान कालोनी की सड़कों पर सैनीटाइज कराने की जरूरत है।