प्रदेश में बलात्कार व दलित विरोधी घटनाओं के खिलाफ महिलाओं का प्रदर्शन

लखनऊ(सौम्य भारत)। प्रदेश में बढ़ती बलात्कार और दलित विरोधी घटनाओं के खिलाफ महिलाओं ने बृहस्पतिवार को 1090 चौराहे पर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान महिलाओं की पुलिस से झड़प हुई। पुलिस ने कई महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया। प्रदर्शन के दौरान एडवा की मधु गर्ग ने कहा कि वे प्रदेश में बेतहाशा बढ़ रही महिला हिंसा, बलात्कार व हत्या की घटनाओं पर सरकार ध्यान नहीं दे रही है, जिसके कारण अपराधी व बलात्कारियों के हौसले बुलंद हैं। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों हाथरस, बलरामपुर, आज़मगढ़, भदोही आदि जिलों में हुई बलात्कार की घटनाएं सुर्खियों में रहीं लेकिन इनके अलावा भी आये दिन प्रदेश में महिलाओं पर यौन हिंसा की तमान घटनाएं हो रही हैं। दलित महिलाएँ विशेष रूप से यौन हिंसा का शिकार बन रही हैं।  एपवा नेत्री मीना सिंह ने कहा कि हाथरस में पीड़िता का समुचित इलाज भी नहीं हुआ औऱ जिस प्रकार रात के अंधेरे में बिना परिवार के सदस्यों के उसकी लाश जला दी गई। उन्होंने कहा कि पीड़िता द्वारा अपने बयान में जब बलात्कार की बात कही गयी है तब उसके परिवार के सदस्यों का नार्को टेस्ट करवाना गैरकानूनी है सीबीआई के ट्रैक रिकॉर्ड को देखते हुए हाथरस मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट के वर्तमान जज की निगरानी में की जाये और न्याय प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जाये। इस दौरान सुमन सिंह, महिला फेडेरेशन से बबिता सिंह, सामाजिक कार्यकर्ता नाइश हसन व सुमैया राना मौजूद थीं।