तीन दिन के अंदर सरकार की तरफ से कोई सकारात्मक परिणाम नहीं आया तो आंदोलन के लिए बाध्य होंगे वकील

लखनऊ(सौम्य भारत)। स्कूल फीस माफ किए जाने की मांग को लेकर सेंट्रल बार एसोसिएशन व अवध बार एसोसिएशन के बैनर तले वकीलों ने मंगलवार को विधानसभा के सामने प्रदर्शन करने जा रहे वकीलों को पुलिस ने स्थित बापू भवन चौराहे पर बैरिकेडिंग लगा कर रोक दिया। इसके बाद वकीलों ने अम्बेडकर महासभा के सामने चटाई बिछाकर बैठकर शान्ति पूर्वक प्रदर्शन किया। इसके बाद पुलिस अधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक बाक्सा प्रार्थना पत्र दिया। इस दौरान सेंट्रल बार एसोसिएशन के महामंत्री संजीव पांडेय व अवध बार एसोसिएशन के महामंत्री जितेंद्र सिंह यादव जीतू ने सरकार व स्कूल संचालकों के विरोध में नारेबाजी की। वकीलों ने विधानभवन की ओर बढ़ने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन पुलिस प्रशासन ने उन्हें आगे बढ़ने नहीं दिया। इसके अलावा वकील परिवर्तन चौक व नावेल्टी चौराहे पर भी जगह जगह सड़क पर बैठ गए। सेंट्रल बार एसोसिएशन के महामंत्री संजीव पांडेय व अवध बार एसोसिएशन के महामंत्री जितेंद्र सिंह यादव जीतू ने कहा कि कोरोना महामारी के चलते पिछले कई महीने से स्कूल बंद हैं। बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाई कराई जा रही है। कोरोना प्रकोप के कारण काम काज बिल्कुल ठप हो गया है। आम आदमी को खाने तक का संकट आ गया है। ऐसे समय में अभिभावक स्कूल फीस कैसे बढे। सरकार को स्कूल फीस माफी के लिए आदेश जारी करना चाहिए। जिससे आम आदमी को कुछ सहूलियत मिल सके। उधर सेंट्रल बार एसोसिएशन के अध्यक्ष आदेश सिंह अपने साथियों के साथ विधानसभा के सामने प्रदर्शन करने जा रहे थे, जिसे पुलिस ने परिवर्तन चौक के पास बैरिकेडिंग लगाकर रोक दिया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि सरकार अभिभावकों की समस्याओं को नजरअंदाज कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में लगातार बढ़ रही मँहगाई दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। कोरोना काल में आम आदमी की आय आधी रह गई है और आम उपभोक्ता वस्तुओं की कीमत लगभग दोगुनी हो गई हैं परन्तु सरकार इस ओर ध्यान देने की आवश्यकता नहीं समझ रही है। ऊपर से स्कूल वाले फीस जमा करने का दबाव बना रहे हैं। वकीलों ने कहा कि तीन दिन के अंदर सरकार की तरफ से कोई सकारात्मक परिणाम नहीं आया तो आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा।