संकट के समय दुनिया को दवा आपूर्ति करने वाला भारत एकमात्र देश : उच्चायुक्त डॉ राजेश रंजन

- नेताजी सुभाषचंद्र बोस राजकीय महिला महाविद्यालय अलीगंज की ओर वेबिनार का आयोजन ज़ूम ऐप के माध्यम से
लखनऊ(सौम्य भारत)। कोविड19 महामारी के बाद उत्पन्न परिस्थितियों के फलस्वरूप भारत के पास उपलब्ध अवसर पर हो रहे वेबिनरों की शृंखला में नेताजी सुभाषचंद्र बोस राजकीय महिला महाविद्यालय अलीगंज की ओर से रविवार को वेबिनार का आयोजन ज़ूम ऐप के माध्यम से किया गया।
इस मौके पर भारतीय विदेश सेवा के वरिष्ठ अधिकारी व वर्तमान में अफ़्रीकन देश बोस्तनवा में उच्चायुक्त डॉ राजेश रंजन ने कहा कि कोविड से भीषण आर्थिक संकट पैदा हुआ है। लगभग दुनिया के सभी देशों की विकास दर नकारात्मक हो जायेगी। उच्चायुक्त ने कहा कि अब प्राथमिकताए बदलनी होगी। फ़ॉर्मसी के क्षेत्र में भारत की बिश्वसनीयता तथा स्वीकार्यता बड़ी है। उन्होंने कहा कि ऐसे संकट के समय पूरी दुनिया को दवा आपूर्ति करने वाला भारत एकमात्र देश है। उन्होंने ये भी कहा की भारत योग और आयुर्वेद के क्षेत्र में भी कार्य कर सकता है। आने वाले समय में दुनिया योग और आयुर्वेद को अपनाएगी। डॉ रंजन ने कहा कि कृषि के क्षेत्र को प्राथमिकता दिया जाना चाहिए। आज कृषि निर्यात में भारत का हिस्सा मात्र २ प्रतिशत है, जबकि अमेरिका का २८ और ओस्ट्रेल्या का १४ प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन शिक्षा ई कामर्स व भारतीय बैंकिंग सिस्टम को भी आगे बढ़ाने की ज़रूरत है। इस दौरान लविवि के वरिष्ठ प्रो मनोज अग्रवाल ने कहा कि इस संकट की घड़ी में जब दुनिया के बड़े देश अपनी ही समस्या में उलझे है तब भी भारत ने ग्लोबल लीडर की भूमिका का निर्वहन किया है। महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफेसर अनुराधा तिवारी ने कहा कि समय आ गया है जब हमें अपनी परम्परागत उद्योगों सांस्कृति तथा भाषा को अपनाना होगा। उन्होंने कहा कि ये लड़ाई भारत अपनी और अपने नेतृत्व की इच्छाशक्ति व विश्वबंधुत्व की भावना की बदौलत जीतेगा।