संयम के साथ योग अपनायें और  कोविड को दूर भगायें: दिग्विजय

लखनऊ(सौम्य भारत)। टेन्डर हार्ट्स स्कूल लखनऊ के शारीरिक शिक्षा अध्यापक दिग्विजय शुक्ल ने बुधवार को बताया कि आज जिस तरह से कोरोना रूपी महामारी का प्रकोप विश्व में तेजी से फैल रहा है वहीं पर व्यक्ति एक जगह रुक सा गया है। स्वास्थ्य के साथ-साथ व्यक्ति मानसिक रूप से कुण्ठित होता जा रहा है। अब व्यक्ति को एक ही बात आशंकित कर रही है कि कोरोना रूपी महामारी से आखिर कब मुक्ति मिलेगी? क्योंकि व्यक्ति जो इस प्रगतिवादी युग में अच्छी रफ्तार ले चुका था, अब वह थम सा गया है। इन सबके बीच में आपको धैर्य के साथ काम लेने की जरूरत है। अपने आपको संयमित करें, संतुलित करें, उसका एक ही उपाय है। योग एवं प्राणायाम। योग सिर्फ आसन एवं व्यायाम ही नहीं है, योग के माध्यम से हम अपने जीवन की सम्पूर्ण जीवनशैली में परिवर्तन ला सकते हैं। योग, साधक (व्यक्ति) को साध्य (भगवान) तक पहुंचाने का साधन भी है। योगासन एवं व्यायाम के द्वारा व्यक्ति स्वयं को स्वस्थ्य रखने के साथ-साथ अपनी इम्युनिटी को बढ़ा सकता है। जो लोग घर पर रह रहे हैं वे योग के माध्यम से अपने को एकाग्रचित्त करें तथा स्वयं को स्वस्थ और संयमित रखने के लिए योग के इन आठ तत्त्वों को धारण करें- यम (बुरे कार्य को छोडें), नियम (संयमित रहें), आसन (शरीर को स्वस्थ रखें), प्राणायाम (श्वांस को नियन्त्रित करें), प्रत्याहार (अपने दोषों को दूर करें), धारणा (अच्छे कार्यों को अपनायें), ध्यान (मन को एकाग्रचित करें), समाधि ( योग साधना को प्राप्त करना)। प्राणायाम और योगासन का संयोग शरीर एवं मन के लिए, शुद्धि और आत्मानुशासन का उच्चतम रूप माना गया है। इसके साथ ही यह भी कहना चाहेंगे कि जो लोग जरूरी कार्य से बाहर निकल रहे हैं वे सोशलडिस्टेन्सिंग का पालन करें, मास्क का प्रयोग करें, सतर्क रहें एवं जो लोग हमारी सेवा में दिन-रात प्रयत्नशील हैं, और अपने परिवार से दूर हैं, हम सब मिलकर उनके लिए ईश्वर से प्रार्थना करें कि वे सुरक्षित रहें और स्वस्थ रहें।