हॉटस्पॉट एरिया में कोरोना पॉजिटीव संदिग्ध पर हो सख्त निगरानी: मुख्यमंत्री ​आदित्यनाथ

मुख्यमंत्री योगी करते हैं हर रोज हॉटस्पॉट एरिया की समीक्षा


प्रदेश में मास्क पहनना अनिवार्य, शासनादेश हुआ जारी


प्रदेश में 431 कोरोना पॉजिटीव केस, 40 जिले प्रभावित


कोरोना वायरस के संबंध में अपर मुख्य सचिव, गृह एवं प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने लोकभवन में की प्रेस कॉन्फ्रेंस


लखनऊ(सौम्य भारत)। कोरोना वायरस के संबंध में अपर मुख्य सचिव, गृह अवनीश कुमार अवस्थी एवं प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने शुक्रवार को संयुक्त रूप से यहां लोकभवन में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में सील किए हॉटस्पॉट एरिया की समीक्षा करने के बाद जरूरी दिशा निर्देश दिए हैं। जिसके आधार पर कार्रवाई की जा रही है। ये सभी हॉटस्पॉट प्रदेश के 15 जिलोें में हैं। सीएम ने निर्देश दिया है कि सील किए गए हॉटस्पॉट एरिया में संदिग्धों पर खास निगरानी रखी जाए। किसी के भी कोरोना पॉजिटीव संदिग्ध होने की दशा में उसकी जांच सुनिश्चित कर उसे क्वारंटीन कराया जाए। सीएम योगी के निर्देश पर मास्क पहनने की अनिवार्यता की एडवाजरी को अब शासनादेश में बदल दिया गया है। जिससे अब प्रदेश में मास्क पहनना अनिवार्य होगा, अन्यथा कार्रवाई की जाएगी। सीएम योगी ने प्रदेशवासियों से सहयोग की अपील की है। अपर मुख्य सचिव, गृह ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा पश्चिमी उत्तर प्रदेश पर विशेष निगरानी का निर्देश दिया गया है। सीएम का आदेश है कि नोएडा, ग्रेटर नोएडा और सहारनपुर में अति​शीघ्र जांच की सुविधा उपलब्ध कराई जाए। संस्थागत क्वारंटीन में रहने वाले ऐसे लोग जिनके 14 दिन पूरे हो गए हैं और उनकी रिपोर्ट निगेटीव आ रही है तो उन्हें होम क्वारंटीन में भेजने का निर्देश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिया है। इसके अलावा सीएम ने आयुष विभाग को कोरोना बचाव व उपचार के लिए एक एप बनाने का निर्देश दिया है। अपर मुख्य सचिव, गृह ने बताया कि कोविड केयर फंड में विदेश से भी सहायता देने की मांग आ रही है। उन्होंने बताया कि इस संबंध में एफसीआरए की स्वीकृति के बाद विदेशी नागरिकों से भी उत्तर प्रदेश कोविड केयर फंड में आर्थिक सहयोग लिया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि सीएम योगी के संज्ञान में आया है कि कुछ जिलों के बैंकों व राशन वितरण के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया जा रहा है। राशन वितरण व बैेंकों में सोशल डिस्टेंसिंग का गंभीरता से पालन कराने के साथ ही उनके खिलाफ कार्रवाई का आदेश मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को दिया है।


प्रदेश में अब तक 431 केस, 4 की मौत: प्रमुख सचिव स्वास्थ्य


प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने कहा कि प्रदेश में अबतक 431 केस सामने आए हैं। साथ ही 4 लोगों की मौत हुई है। 431 में से 32 पेशेंट उपचार के बाद पूरी तरह स्वस्थ हो गए हैं और उन्हें घर भेज दिया गया है। उन्होंने बताया कि कोरोना से प्रदेश के 40 जनपद कोरोना से प्रभावित हुए हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश में अबतक 9442 आइसोलेशन बेड और 12119 क्वारंटीन बेड उपलब्ध करा दिए गए हैं और इन्हें बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा हैं। प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने कहा कि प्रदेश में अबतक 459 लोगों को आइसोलेशन में रखा गया है। जबकि मेडिकल क्वारंटीन में 8671 लोग हैं। उन्होंने कहा कि अबतक 9041 सैंपल टेस्ट किए गए हैं जिसमें से 8250 की रिपोर्ट निगेटीव मिली हैं। प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने कहा कि प्रदेश में अबतक 09 लैब में कोरोना सैंपल की जांच की जा रही है। जबकि प्रयागराज, आगरा, राम मनोहर लोहिया अस्पताल लखनऊ और बरेली के मेडिकल कॉलेज के लैब को आईसीएमआर से स्वीकृति मिल गई है। ​जिसके बाद आजकल में इनमें भी टेस्टिंग शुरू कर दी जाएगी।


प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने कहा कि कोरोना पॉजिटीव केसों के उपचार के लिए प्रदेश में त्रिस्तरीय व्यवस्था लागू की गई है। उन्होंने बताया कि केवल कोरोना पॉजिटीव केसों के उपचार के लिए प्रदेश में लेयर वन में 78 अस्पताल हैं। इसी प्रकार लेयर टू में केवल कोरोना पॉजिटीव केसों के उपचार के लिए ही 13 ​प्राइवेट व 6 सरकारी अस्पताल है। इसके अलावा लेयर टू में 45 अन्य मेडिकल कॉलेजों का चयन किया गया है, हालांकि यहां अन्य उपचार भी हो रहे हैं। इसके बाद लेयर तीन में 6 मेडिकल कॉलेजों में केवल कोरोना पॉजिटीव केसों का उपचार किया जाना सुनिश्चित किया गया है। उन्होंने बताया कि बीते दो दिनों से प्रदेश के लैब्स में 1000 से अधिक सैंपल टेस्ट किए जा रहे हैं। जबकि कोशिश की जा रही है कि 1500 से 2000 सैंपल टेस्ट हर दिन हो सके।