दूध उत्पादन करने वाले किसान भयंकर संकट में हैं: राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल दुबे

लखनऊ(सौम्य भारत)। राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल दुबे ने कहा कि रबी की कुछ फसल जैसे सरसों, मटर, चना,  प्याज, आलू आदि की कटाई व निकासी शुरू हो चुकी है। इसके अलावा अगला एक महीना रबी की मुख्य फसल गेहूं की कटाई का है। साथ ही जायद व उसके बाद खरीफ की फसलों की बुवाई शुरू होने का वक्त है, लेकिन सरकार ने खाद्य सुरक्षा की दृष्टि से कृषि कार्य एवं उससे जुड़ी व्यवस्था को लॉकडाउन मे निर्बाध रूप से चलाने के लिए अभी तक कोई दिशा-निर्देश नहीं दिए हैं। उन्होंने मांग की है कि किसान मजदूरों के  लिए कटाई, निकासी, भंडारण व प्रसंस्करण तथा बिक्री की व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने के निर्देश सरकार तत्काल जारी करें। साथ ही कृषि यंत्रों के रखरखाव, मरम्मत और कारीगरों को भी अनुमति दी जाए व खरीद केंद्र अनाज मंडियों पर परिवहन और भंडारण व्यवस्था को युद्ध स्तर पर चलाने की व्यवस्था की जाए। उन्होंने कहा कि फसलों के क्रय केंद्र प्रत्येक गांव में खोले जाएं तथा फसलों का भुगतान डिजिटल माध्यम से किया जाये। श्री दुबे ने कहा कि दूध उत्पादन की आपूर्ति मिठाई की दुकानों,  होटलो तथा शादी समारोह में होती थी और अब लॉकडाउन के चलते दुकानें और होटल बंद है तथा शादी समारोह स्थगित हो गए हैं, जिस वजह से दूध उत्पादन करने वाले किसान भयंकर संकट में है। उन्होंने कहा कि डेरियो व दूधियो द्वारा किसानों से दूध की खरीद बंद कर दी गई है। सरकार किसानों के दूध को खरीदने की व्यवस्था तत्काल करें। उन्होंने किसानों के सभी प्रकार के कर्ज पर वसूली व किस्तों को एक वर्ष के लिए स्थगित करने के साथ-साथ किसान क्रेडिट कार्ड की लिमिट दोगुनी करने और ब्याज दर घटाने की मांग की है ताकि किसान साहूकारों से महंगा कर्ज लेने के लिए बाध्य न हों।