अखबार दूध की तरह से है सुरक्षित: स्टेट कोऑर्डिनेटर 


लखनऊ(सौम्य भारत)। विद्यार्थी विज्ञान मंथन के स्टेट कोऑर्डिनेटर सुशील द्विवेदी का कहना है कि कोरोना से लड़ाई में अखबारों की भूमिका महत्वपूर्ण है। उन्होंने बताया कि संकट के ऐसे समय में अखबार  जनता के बीच वैज्ञानिक दृष्टिकोण के साथ खबरों को  पहुंचाने का काम करते है विश्व स्वास्थ्य संगठन और भारत सरकार की संयुक्त रिपोर्ट और वैज्ञानिकों की रिसर्च के अनुसार अखबार जिस तापमान के बीच तैयार होता है। उन्होंने बताया कि इसमें जो इंक (स्याही) उपयोग में होती है, उससे कोरोना तो क्या कोई वायरस ठहर ही नहीं सकता। इस प्रकाशित अखबार घरों में भी सुरक्षित है। क्योंकि कागज से वायरस नहीं आता है। वर्तमान परिस्थिति में अखबार ही एक मात्र जरिया है, जो पाठकों को सही और सटीक खबरें प्रामाणिकता और विश्वसनीयता के उत्कृष्ट एवं कड़े मानदंडों से होकर हमारे घरों तक पहुंचता है। निश्चिंत रहिए, हमारा अखबार भी उतना ही सुरक्षित है जितना हमारे घरों में पहुंचने वाला दूध या ब्रेड।