शिक्षित व एकजुटता से ही समाज का होगा विकास : नीरज


11 अप्रैल को जयंती को लेकर कुशवाहा महासभा की समीक्षा बैठक
लखनऊ (सौम्य भारत)। अखिल भारतीय कुशवाहा महासभा की समीक्षा बैठक कैसरबाग स्थित राय उमानाथ बली प्रेक्षागृह में 11 अप्रैल को राजधानी स्थित कांशीराम सांस्कृतिक स्थल में सम्राट चन्द्रगुप्त मौर्य  ज्योतिबा फूले की जयंती एवं सम्राट अशोक स्तम्भ के अनावरण को लेकर पूर्व एमएलसी बृज भूषण सिंह कुशवाहा, महासभा के प्रदेश अध्यक्ष नीरज कुशवाहा, महासचिव इंद्रदेव मौर्य व मूलचन्द्र के नेतृत्व में हुई।बैठक में प्रदेश अध्यक्ष नीरज मौर्य ने प्रदेश भर से आए मंडल व जिलाध्यक्षों को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज मौर्य समाज एकजुट न होने के कारण दो राहे पर खड़ा है। शिक्षित व एकजुटता से ही समाज का विकास संभव हो सकता है। विकास इसका प्रमुख कारण समाज में एकजुटता अशिक्षा, जागरूक और शासन सत्ता में भागीदारी न होना। उन्होंने कहा जब तक समाज से कुरीतियां, छोटे-बड़े का भेदभाव दूर नहीं होगा तब तक समाज की उन्नति संभव नहीं है। उन्होंने कहा क्षणिक लाभ व स्वार्थ के लिए कुछ लोग अपने समाज का सौदा कर अपना स्वार्थ सिद्ध कर लेते हैं ऐसे लोगों से समाज को बचने की जरूरत है। उन्होंने सिर्फ माला पहनने व नारे लगाने से काम चलने वाला नहीं है रोजी रोटी से ऊपर अब शासन सत्ता में भी आबादी के हिसाब से भागीदारी लेने का समय आ गया है। उन्होंने समाज की न्यूनतम इकाई ग्राम समाज तक जाना होगा तब अच्छे और बड़े संगठन का निर्माण संभव होगा। उन्होंने कहा सामाजिक संगठन अगर मजबूत होगा तो समाज को जनसंख्या के आधार पर भागीदारी देने और उसे सफल होने से कोई रोक नहीं सकता। समीक्षा बैठक में कानपुर के जिलाध्यक्ष दिनेश कुशवाहा,  उन्नाव से सुरेन्द्र कुशवाहा, बरेली व चित्रकूट मंडल से  प्रदेश सचिव कुलवंत सिंह कुशवाहा, गया प्रसाद कुशवाहा, कन्नौज के जिलाध्यक्ष रघुनन्दन सिंह कुशवाहा, हरदोई जिलाध्यक्ष सिद्ध प्रताप मौर्य, जालौन जिलाध्यक्ष महेश कुशवाहा, झांसी जिलाध्यक्ष हेमंत कुशवाहा ने 11 अप्रैल को होने वाले समारोह को सफल बनाने के लिए हजारों में पहुंचने का लोगों ने संकल्प लिया। इस मौके पर कमलेश मौर्य, बांकेलाल मौर्य, श्रीमती केतकी कुशवाहा, प्रेमलता सिंह शाक्य, विमल शाक्य, शिवमूर्ति मौर्य, हरीशचन्द्र मौर्य, अजय मौर्य, पंकज मौर्य,बांकेलाल मौर्य, पवन मौर्य, मिश्री लाल मौर्य, राम सहाय मौर्य के अलावा सैकड़ों लोग मौजूद थे।