लखनऊ (सौम्य भारत)। ब्रम्हाकुमारी जानकीपुरम लखनऊ के वरदानी भवन मे मेडिटेशन से कैसे अपने आप को हिल कर सकते है विषय पर कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस दौरान लंदन से आये राजयोग विषेशज्ञा बी के गोपी ने कहा कि मेडिटेशन से हम कोई भी बिमारी को ठीक कर सकते है। उन्होंने बताया की कैसे आज हर बीमारी की उपज हमारे कमजोर मन से होती है और फिर कैसे बीमारी हमारे शरीर मे फैलती है । इस दौरान उन्होंने कई सांटिफिक प्रमाण देते हुए अपनी बात को रखते हुए बताया कि कैसे मेडिटेशन एक मेडिसिन भी है । राजयोग मेडिटेशन आपको हर परिस्थिति में शांतत और खुश रहने की शक्ति देता है और हर परिस्थितियों में खुश रहने का स्वभाव आज की दुनिया में बनाना ही होगा। क्योंकि दिनोदिन परिस्थितियाँ बढ़नी है पर आप अपने को समर्थ बना लें। दूसरी बात परिस्थितियाँ सदा एक जैसी नही रहती, सदा भी नही रहेगी जिस तरह से आयी थी उसी तरह एक दिन चली जायेगी। समय अनवरत रूप से चलता रहता है तो उसका घटनाक्रम भी बदलता रहता है। बदलती परिवेश में कुछ भी स्थाई नहीं है इस सत्यता को जानने से सदा खुश व तनाव मुक्त रह सकते है यही हमे राजयोग सिखाता है । उन्होंने कहा कि कई महान दार्शनिकों ने भी कहा है कि यह संसार एक रंग-मंच है हम सभी अलग-अलग शरीर रूपी वस्त्र धारण कर अभिनय करने वाले पात्र है। इस सृष्टि नाटक की एक बहुत बड़ी और यूनिक विशेषता है कि इसका पात्र न मिले दूसरे से तो उसका पार्ट भी नहीं मिलता, और उससे बेहतर उसका रोल कोई कर भी नहीं सकता। इसलिए इस समय जो मेरा रोल है उसे मैं पूरी ईमानदारी व कर्मठता से करू बजाय इसके कि कौन क्या कर रहा हैं, या वह ऐसा क्यों कर रहा है। इससे हम अपने डॉयलाग तो भूलेंगे ही और दूसरे की नैसर्गिकता को भी कम कर देंगे। हमें अपने रोल में परफेक्शन लाने के लिये सिर्फ अपने ऊपर ध्यान देना है अर्थात् अपने हर कर्म पर अटेन्शन रखना है न कि दूसरों के रोल को देख परेशान होना है।
मेडिटेशन से हम कोई भी बिमारी को ठीक कर सकते है: राजयोग विषेशज्ञा बीके गोपी पटेल