यूपी महोत्सव की 13वीं संध्या में अवधी गीतों व बाॅलीवुड नृत्य ने बांधा समां

लखनऊ(सौम्य भारत)। प्रगति पर्यावरण संरक्षण ट्रस्ट के तत्वावधान में सेक्टर ओ पोस्टल ग्राउण्ड अलीगंज में चल रहे 12वें यूपी महोत्सव की तेरहवीं सांस्कृतिक संध्या में अवधी गीतों व बाॅलीवुड नृत्य ने समां बांधा।
संगीत से सजे कार्यक्रम का आरम्भ हीरेन्द्र व स्वाति सिंह के संयोजन में शिप्रा चन्द्रा ने अपनी खनकती हुई आवाज में घियु के दियना जलाओ चहु ओर... मोरे रामा अवध घर आयो और ना मनिहे बालम बेचारा कहा अवधी गीत को सुनाकर श्रोताओं को मंत्र् मुग्ध कर दिया। शिप्रा के कार्यक्रम के मेरूदण्ड रहे तबले पर दीपक बाजपेयी, की-बोर्ड पर अरविन्द वर्मा, ढोलक पर प्रदीप, पैड पर जीतू और सह गायन पर अंजू यादव व विभा मिश्रा। कार्यक्रम में रिद्दिषा सक्सेना ने आओ पधारो पिया... अमन कुमार ने सरारा... रितिका शर्मा ने झुमका गिरा रे...  श्रुति गुप्ता व गौरीष गुप्ता ने ढाई श्याम रोक लेई... पार्थ निगम ने हे बबी गीत पर आकर्षक नृत्य प्रस्तुत कर दशकों का दिल जीता। वहीं वान्या, यशस्वी पायल व तेजस्वी पारूल ने वन्दे मातरम पर मोहक नृत्य प्रस्तुत कर दर्षकों को देशभक्ति के रंग में रंग दिया। इसके अलावा प्रांजन निगम ने की-बोर्ड पर ए अपना दिल तो आवारा गीत की धुन बजाकर श्रोताओं का दिल जीता।
यूपी टैलेन्ट हन्ट प्रतियोगिता के आकर्षण का केन्द्र रहा अंषिका मिश्रा का 6ः26 सेकण्ड में भारत के सभी जिलों का नाम एक श्वास में सुनाना, जिसको सुनकर सम्पूर्ण यूपी महोत्सव करतल ध्वनि से गूंज उठा। अंशिका प्राथमिक विद्यालय भीखमपुरवा, गोण्डा की छात्रा है, जिसका नाम इण्डिया बुक आफ रिकार्डस, एषिया बुक आॅफ रिकार्डस और चैम्पियन वल्र्ड रिकार्डस में दर्ज है। इस अवसर पर प्रगति पर्यावरण संरक्षण समिति के अध्यक्ष विनोद कुमार सिंह व एनबी सिंह ने कार्यक्रम का उद्घाटन दीप प्रज्जवलित कर किया।
इसके पूर्व आज दोपहर में लक्ष्य साहित्यिक सामाजिक एवं सांस्कृकित संस्था द्वारा षरद पाण्डेय शषांक के संचालन ओम नीरव की अध्यक्षता और गाोबर गणेश के संयोजन में कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। कवि सम्मेलन में सुनील कुमार बाजपेयी ने सुनाया- धर्म हमारा हो कोई भी पहले भारत देश, देता हे सुनील सबको यह सीधा सा सन्देश। भोजपुरी कवि कृष्णा नन्द राय ने सुनाया- पेड़ लगाकर हरियाली से पर्यावरण बचाना है, नदियों का जल स्वच्छ रहे साफ सफाई अपनाना है। इसके अलावा शकील शयावी, सिद्धेष्वर क्रान्ति, डाॅ अजय प्रसून, रेनू द्विवेदी, हरि प्रकाश हरि, महिता तिवारी, डाॅ शोभा दीक्षित, अलका अस्थाना, निशा सिंह, मास्टर अनन्त शुक्ला राम नरेष त्रिपाठी सहित अन्य कवियों ने अपनी कविताओं से श्रोताओं को देर शाम तक अहृलादित किया। समारोह में प्रवीण सचान, डाॅ आचार्य ओम नीरव, डाॅ शोभा दीक्षित, रेनू द्विवेदी और निशा सिंह को सम्मानित किया गया।