पुरानी पेंशन बहाली तक अटेवा का संघर्ष रहेगा जारी : विजय कुमार बन्धु


राष्ट्र निर्माण में शिक्षकों/ कर्मचारियों का महत्वपूर्ण योगदान
सामाजिक सुरक्षा देना सरकार की जिम्मेदारी
लखनऊ(सौम्य भारत)। आल टीचर्स/ इम्प्लाइज वेलफेयर एसोशिएशन(अटेवा) उ.प्र. के तत्वावधान में आयोजित गोष्ठी-"राष्ट्र निर्माण में शिक्षकों/ कर्मचारियों का योगदान एवं उनकी सामाजिक सुरक्षा" विषय पर गाँधी भवन लखनऊ में सम्पन्न हुई। जिसमें विभिन्न विभागों के शिक्षकों/ कर्मचारीयों व अधिकारियों ने बड़ी संख्या में प्रतिभाग किया और सभी वक्ताओं ने  इस मत पर सहमति जताई कि सामाजिक सुरक्षा देना सरकार की जिम्मेदारी है। गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए प्रो. राजीव कुमार शुक्ला ने कहा कि राष्ट्र का निर्माण बिना शिक्षकों के सम्भव नहीं है। शिक्षक हो या कर्मचारी बिना उसके सहयोग के सरकार की कोई योजना सफल नहीं हो सकती है। न्यायविद बी. डी. नकवी ने कहा कि जो हक़ हमें संविधान ने दिया है उसे सरकारें कैसे छीन सकतीं है?  कर्मचारियों के लिए पेंशन का प्रावधान तो संविधान ने कर रखा है और इनकी पेंशन समाप्त कर अपनी पेंशन की व्यवस्था करना बिल्कुल असंवैधानिक है।  वरिष्ठ कर्मचारी नेता अमरनाथ यादव जी ने कहा कि एन पी एस धोखा है यह पेंशन नहीं है बल्कि यह स्वनिवेशित धन वापसी योजना है। अटेवा के प्रदेश अध्यक्ष विजय कुमार 'बन्धु' ने कहा कि अटेवा लगातार विभिन्न माध्यमों से सरकार से पुरानी पेंशन की मांग करता रहा है और हमारा संघर्ष तब तक जारी रहेगा जब तक पुरानी पेंशन बहाल नहीं हो जाती है। इसके लिए उन्होंने युवा साथियों से आवाहन किया कि अटेवा के साथ खड़े हों और अपने बुढापे की लाठी के लिए खुद लड़ें, तभी यह संभव हो पाएगा। ग्रामीम सफाई कर्मचारी संघ के महामंत्री रामेन्द्र श्रीवास्तव ने अटेवा का तन मन  धन से सहयोग करने की अपील की। अटेवा ही ईमानदारी से पुरानी पेंशन की लड़ाई लड़ रहा है। उत्तर प्रदेश डिप्लोमा फार्मशिष्ट एसोशिएशन के प्रदेश महामंत्री श्री श्रवण सचान ने सभी संघों से अटेवा का साथ देने की पुरजोर वकालत की। गोष्ठी को प्रमुख रूप से लुआक्टा से डॉ इमरान खान जी, उत्तर प्रदेश पी. डब्लू. डी. मिनिस्ट्रियल एसोसिएशन से अध्यक्ष सुनील यादव, महामंत्री जे. पी. तिवारी, सिंचाई विभाग से अध्यक्ष नरेंद, ललित किशोर, शांतलु कपूर, किंग जॉर्ज मेडिकल विश्विद्यालय नर्सिंग एसोसिएशन की अध्यक्ष मृदुनंदिनी सिंह, अटेवा से कोषाध्यक्ष विक्रमादित्य मौर्य, मण्डल मन्त्री महेंद्र पाल सिंह आदि ने संबोधित किया।इस दौरान सभी ने पुरानी पेंशन की लड़ाई में अटेवा का साथ देने का वायदा किया और कहा कि अटेवा अपने संघर्षों की बदौलत पुरानी पेंशन बहाली के पर्याय बन चुका है। इसलिए सभी का दायित्व बनता है कि सभी अटेवा के कदम से कदम मिलाकर चलें। गोष्ठी का शुभारंभ अतिथियों द्वारा पौधे को पानी देकर किया गया और एक संदेश देने की कोशिश की गयी कि यह पेंशन रूपी पौधा हमारे बुढापे का सहारा बनेगा। गोष्ठी का संचालन मण्डल पर्यवेक्षक संदीप वर्मा एवं मण्डल अध्यक्ष डॉ आशीष वर्मा ने किया। इस पेंशन समागम सम्मेलन लखनऊ मण्डल की जिलों के लोगों ने प्रतिभाग किया। इस सम्मेलन की सबसे खास बात यह रही कि इस भीषण ठण्ड के बावजूद भी अंत तक लोगों में भारी उत्साह रहा। लखनऊ जिला संयोजक ज्ञानेंद्र शंकर त्रिपाठी ने अंत मे आये हुए अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया। गोष्ठी में प्रमुख रूप से डॉ नीरजपति त्रिपाठी, डॉ राजेश यादव, विक्रमादित्य मौर्य, रजत प्रकाश, लखनऊ मण्डल के जिला संयोजकगण ज्ञानेंद्र शंकर त्रिपाठी(लखनऊ), अखिलेश सिंह (रायबरेली), विश्वनाथ मौर्या (लखीमपुर), डॉ जैनुल खान(हरदोई), नीरज पटेल(उन्नाव), प्रभाकर मिश्रा(सीतापुर) अमित वर्मा (बाराबंकी) के साथ अनूप त्रिपाठी, नरेंद्र यादव, सत्या यादव, डिप्लोमा फार्मशिष्ट से दिनेश, राजेश पाण्डेय, रजत यादव, अटेवा से राकेश कुमार, मो. नसीम, ओम प्रकाश कनौजिया, बलवीर यादव दयाशंकर, पंकज गुप्ता, पवन कुमार मौजूद थे।