मनवता को शर्मसार करने का काम कर रहा है रिदा अस्पताल


- लापरवाही की मिसाल
लखनऊ(सौम्य भारत)। विकासनगर स्थित रिदा हॉस्पिटल ने तो सभी हॉस्पिटल को पछाडते हुए नियम मानकों की खुलेआम धज्जियां उडाने के साथ ही खुद को चिकित्सा माफिया घोषित कर दिया है, जिनके किसी भी कृत्य पर न तो शासन और न ही प्रशासन कार्रवाई करने आगे आ रहा है।
मनवता को शर्मसार करने का काम एक बार फिर धरती के देवता कहे जाने वाले एक तथाकथित चिकित्सक ने किया। जहां एक बुजुर्ग महिला की चिकित्सक की लापरवाही के चलते मौत हो गई और शासन प्रशासन सिर्फ जांच की बात कहकर पल्ला झाड लिया। रिदा हॉस्पिटल में 17 नवम्बर 2019 को एक बुजुर्ग महिला को कमजोरी की शिकायत पर स्थानीय शेखूपुरा निवासी परिवार के लोग लेकर आये थे। ग्लूकोस चढाकर चलती-फिरती महिला को आसानी से ठीक किया जा सकता था लेकिन हॉस्पिटल के मालिक व चिकित्सक द्वारा अनाप-शनाप खर्च बढाने की नीयत से गलत इलाज किया और बुजुर्ग महिला की रात्रि में करीब 2 बजे जब तबीयत बिगडने लगी तो परिजनों ने हॉस्पिटल के मालिक व वहां मौजूद चिकित्सक से निवेदन किया कि मरीज को देख लें लेकिन अपनी लापरवाही व नींद के आगेएक जान चिकित्सक को बहुत सस्ती नजर आई और इसी कारण मरीज की हालत खराब होने तक वह वहां नहीं पहुंचे और एक तल ऊपर ही आराम फरमाते रहे। आखिर में नर्सिंग स्टॉफ द्वारा बुलाये जाने पर आकर सिर्फ नब्ज टटोलने के साथ ही तुरंत मरीज को ट्रामा ले जाने की हिदायते देकर चिकित्सक चलते बने। किसी भी एंबुलेंस की व्यवस्था हॉस्पिटल में  न होने के कारण तीमारदार उन्हें हाथ में उठाकर बुजुर्ग महिला को निकटतम नीरा हॉस्पिटल लेकर गये जहां तुरंत ही डाक्टर ने देखने के साथ ही महिला को मृत घोषित कर दिया।
बिना किसी नियम व मानक के खड़े किये गये अपने अस्पताल में मननानी करने वाले चिकित्सक तो पूरी राजधानी में अपना मकडजाल फैलाये हुए है। इसी कडी में रिदा अस्पताल भी दर्ज हो गया। यहां मरीज और तीमारदार आते तो बडे विश्वास के साथ है लेकिन बदले में उनको मिलता है कई गुनाह बढा बिल वह भी जान की किमत पर।
इस पूरे मामले पर रोष में आये परिजनों ने पहले तो अंतिम संस्कार व तमाम प्रक्रियाओं को पूर्ण किया लेकिन दो दिवस बाद ही आरोपी हॉस्पिटल संचालक के खिलाफ एसपी ट्रांसगोमती के यहां लिखित तहरीर देकर मुकदमा दर्ज करने एवं जांच की मांग की।