नागरिकता संशोधन विधेयक के विरोध में नागरिक एकता पार्टी का प्रदर्शन


लखनऊ(सौम्य भारत)। नागरिकता संशोधन विधेयक के विरोध में सोमवार को नागरिक एकता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने हजरतगंज में प्रदर्शन किया। इस दौरान पार्टी के अध्यक्ष
मो शमीम ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा लोकसभा व राज्यसभा में नागरिकता संशोधन विधेयक पारित किया गया है, जो संविधान की धारा 14, 15 का उल्लंघन है। इस विधेयक में मात्र इस्लाम धर्म को मानने वाले मुसलामानों को छोड़कर अन्य सभी धर्म के लोगों को नागरिकता देने का प्रावधान किया गया है। जो संविधान की आत्मा के विरुद्ध है। उन्होंने कहा कि धर्म निरपेक्षता के विपरीत है। उन्होंने कहा कि भारत का संविधान धर्म के आधार पर किसी भी किस्म के भेदभाव का निषेध करता है। इसलिए नागरिकता संशोधन बिल वापस लिया जाय।
उन्होंने कहा कि धर्म के आधार पर मुसलमानों को अपमानित करना व घुसपैठिया बताना और अन्य सभी धर्म के लोगों को शरणार्थी मानना मानवता के खिलाफ है। अध्यक्ष ने कहा कि नागरिकता संशोधन बिल का लाया जाना हमारे स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का अनादर है। राज्यपाल से  सरकार द्वारा पारित नागरिकता संसोधन विधेयक को मंजूरी न देकर कानून बनने से रोकने की मांग की।