एनआरसी व नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ वामदल व रिहाई मंच ने निकाला मार्च


लखनऊ(सौम्य भारत)। वाम पार्टियों के आह्वान बृहस्पतिवार को राजधानी में प्रशासन की पाबंदियों व चौतरफा की गई घेराबंदी को धता बताते हुए मार्च निकाल रहे थे, जिसे परिवर्तन चौक से कुछ दूर जाने के बाद प्रशासन ने बैरिकेडिंग लगाकर रोक दिया। इसके बाद वाम कार्यकर्ता सड़क पर धरने पर बैठ गए। मार्च का नेतृत्व भाकपा-माले केन्द्रीय कमेटी सदस्य ईश्वरी कुशवाहा व प्रभारी कामरेड रमेश सिंह सेंगर ने किया। परिवर्तन चौक पर भाकपा-माले केन्द्रीय कमेटी सदस्य मो सलीम ने कहा कि आज का दिन साझी शहादत का दिन है। हिंदुस्तान की आजादी सांझी शहादत की बदौलत मिली है। उन्होंने कहा कि संविधान हमारी साझी विरासत है। हमें संविधान में भेदभावपूर्ण बदलाव मंजूर नहीं है। हम एन आरसी व नागरिकता संशोधन कानून को नामंजूर करते हैं। इस दौरान सीपीएम के सचिव हीरालाल यादव, प्रेमनाथ राय, ऐडवा की मधु गर्ग, राज्य कमेटी सदस्य राधेश्याम मौर्य, मीना सिंह, इनौस के प्रदेश सचिव राजीव गुप्ता, प्रेमनाथ राय, रिहाई मंच के राबिन, इलाहाबाद विश्वविद्यालय के पूर्व अध्यक्ष लालबहादुर सिंह व लोकतांत्रिक जनता दल के प्रदेश अध्यक्ष जुबैर खान ने लोगों को सम्बोधित किया।