देश में है तनाव की स्थिति - शिवपाल यादव कार्यकर्ताओं ने ठंड में किया अर्धनग्न प्रदर्शन

लखनऊ(सौम्य भारत)। नागरिकता संशोधन अधिनियम के विरोध में प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के कार्यकर्ताओं ने 'संविधान बचाओ-देश बचाओ' के संकल्प के साथ राजधानी में भीषण ठंडक में अर्धनग्न प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने जीपीओ तक पैदल मार्च निकाल रहे प्रसपा कार्यकर्ताओं को पुलिस ने बेरिकेटिंग लगाकर रोका। इस दौरान शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने हल्का लाठी चार्ज भी किया। इस दौरान प्रसपा प्रमुख शिवपाल सिंह यादव सड़क पर कार्यकर्ताओं के साथ धरने पर बैठ गए।
इस अवसर पर शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि इस सरकार के खिलाफ पूरे देश में विरोध के कर्ण तनाव की स्थिति है। सरकार को ऐसे विभाजनकारी अधिनियम को तत्काल वापस लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह देश हित में नहीं है। इस कानून से देश की एकता और अखंडता को खतरा है। उन्होंने कहा कि देश में अमन और शांति के लिए यह सांकेतिक उपवास है। सरकार की गलत नीतियों के चलते ही 'संविधान बचाओ-देश बचाओ'  के संकल्प के साथ उपवास व शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया जा रहा है। उन्होंने प्रदेश सरकार के घेरते हुए कहा कि यूपी में विकास, भुखमरी, भ्रष्टाचार और दुष्कर्म जैसी घटनाओं से मुकाबला करने में सरकार फेल नजर आ रही है। देश और प्रदेश के अन्नदाता सबसे ज्यादा परेशान हैं। उन्होंने कहा कि नागरिक संशोधन कानून का हम पुरजोर विरोध करते हैं। इसमें मुस्लिमों को सूची से बाहर किया जाना न्याय नहीं है।
श्री यादव जीपीओ स्थित राष्ट्रपिता के प्रतिमा तक  पैदल मार्च के संकल्प को देखते हुए प्रशासन द्वारा काफी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया था। कार्यकर्ताओं को रोकने के बैरीकेडिंग भी लगा दी। इस दौरान जब प्रसपा कार्यकर्ताओं ने आगे बढ़ने की कोशिश की तो पुलिस से उनकी हल्की झड़प भी हुई। इस मौके पर पूर्व मंत्री कमाल यूसुफ़ मालिक, शिव कुमार बेरिया, शारदा प्रताप शुक्ल, प्रसपा प्रदेश अध्यक्ष सुंदर लाल लोधी, पूर्व सांसद वीरपाल सिंह यादव व बौद्धिक सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष दीपक मिश्र मौजूद थे।