अहिंसा के इस देश मे आज सबसे बड़ी समस्या परिवारों के टूटने व बिखरने की है: रामनाथ दास


ढाई किलो मीटर मीटर बैनर पर हुए हस्ताक्षर


लखनऊ(सौम्य भारत)। सेंटर फॉर मेंस राइट प्रोटेक्टशन पुरुष परिवार परामर्श केंद्र व पुरुष आयोग समन्वय समिति के संयुक्त तत्वावधान में जीपीओ पर रविवार को 2.5 किलोमीटर लंबे बैनर पर हस्ताक्षर अभियान चलाया गया। इस दौरान हस्ताक्षर अभियान के प्रणेता झारखंड के पूर्व सेनाधिकारी रामनाथ दास गांधी जी के वेश में पूरे देश का भ्रमण कर रहे हैं। उन्होंने गांधी प्रतिमा पर चरखा चलाते हुए ने कहा कि अहिंसा के इस देश मे आज सबसे बड़ी समस्या परिवारों के टूटने व बिखरने की है। यदि हम आज नही चेते तो भारत मे परिवार संस्था व विवाह संस्कार लुप्त हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि देश मे पुरुषों की बढ़ती आत्महत्या की दर इस ओर संकेत करती है। हस्ताक्षर अभियान में भाग लेने सांताक्लाज के वेश में पहुंची डॉ इंदु सुभाष ने बुजुर्गों के सम्मान व अधिकारों की रक्षा के लिए सांता क्लॉज की ओर से लैंगिक समानता की बहे बयार व परिवारों में बढ़े आपसी प्यार का संदेश के साथ हस्ताक्षर अभियान को अपना समर्थन दिया। इस दौरान मेंस राइट प्रोटेक्टशन सेंटर की संरक्षक श्रीमती उर्मिला यादव व अध्यक्ष सचिन उपाध्याय ने रामनाथ दास गांधीजी व भारत के विभिन्न क्षेत्रो से आये सहयोगी सदस्यों का स्वागत किया। हस्ताक्षर महापौर श्रीमती संयुक्ता भाटिया, हरिओम सेवा केंद्र के संस्थापक चंद्र किशोर रस्तोगी मौजूद थे। इस दौरान मेंस राइट प्रोटेक्टशन सेंटर की संरक्षक श्रीमती उर्मिला यादव व अध्यक्ष सचिन उपाध्याय ने रामनाथ दास गांधीजी व भारत के विभिन्न क्षेत्रो से आये सहयोगी सदस्यों का स्वागत किया। हस्ताक्षर महापौर श्रीमती संयुक्ता भाटिया, हरिओम सेवा केंद्र के संस्थापक चंद्र किशोर रस्तोगी मौजूद थे।