भारतीय राष्ट्रवाद स्थापित करना वीपीआई का काम: भरत गांधी

लखनऊ(सौम्य भारत)। वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल के तीसरे स्थापना दिवस समारोह में प्रदेश के तमाम जनपदों से विशाल जनसैलाब उमडा। इस अवसर पर पार्टी ने विजय दिवस रैली का आयोजन किया था,  जिसमें पार्टी के अधिकांश कार्यकर्ता लिफाफे में पार्टी के लिए चंबा लेकर आए। यह अनोखा दृश्य कहीं और देखने को नहीं मिलता। रैली को संबोधित करते हुए पार्टी के मुखिया विश्वात्मा भरत  गांधी ने कहा कि भारत में चल रहा ब्रिटिश राष्ट्रवाद गरीबी, बेरोजगारी, महंगाई, अशांति, अपराध, भ्रष्टाचार और आतंकवाद की जड़ है। 


विश्वात्मा दम कहा कि राष्ट्रवाद की गलत परिभाषा के कारण लोकतंत्र का और राज्य का गलत ढांचा बन गया, जिसने 90 प्रतिशत लोगों को आर्थिक रुप से गुलाम बना दिया। विश्वात्मा ने कहा कि वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल का काम है ब्रिटिश राष्ट्रवाद को जड़ से उखाड़ना और उसकी जगह भारतीय राष्ट्रवाद की स्थापना करना। वैकल्पिक राजव्यवस्था और अर्थव्यवस्था पर दर्जनो पुस्तकों के लेखक श्री विश्वात्मा ।ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि इंटरनेट के इस युग में पूरी दुनिया एक गांव बनती जा रही है, जिसमें धर्म और राष्ट्रीयता के आधार पर बंटवारा आत्मघाती हो गया है। ऐसी स्थिति में धर्म और राष्ट्रीयता ।के नाम पर खून खराबा और युद्ध के लिए लोगों को तैयार करना आज के नेताओं की या तो मानसिक कमजोरी है या अपना इतिहास बनाने के लिए जानबूझ कर की जा रही साजिश है। मशीनों के कारण, कुदरत की दौलत के कारण और कानूनों के कारण फ्री में पैदा हो रहे पैसे को वोटरों के बीच फ्री में बांटने पर लम्बे संघर्ष के बाद बनी राष्ट्रीय सहमति पर पार्टी कार्यकर्ताओं को बधाई दी। उन्होंने कहा कि वोटरशिप की जमीन को अदालत ने वोटरों के नाम कर दिया, अब केवल कब्जा करने का का काम बाकी है। उन्होंने रैली की सफलता के लिए पार्टी के जिला और ब्लाक कमेटी के सदस्यों को बधाई दी।
विश्वात्मा की पुस्तक 'लोकतंत्र की पुनर्खोज' का विमोचन किया पूर्वञ्चल प्रहरी के मुख्य संपादक श्री वशिष्ठ पांडे ने
असमिया भाषा के समाचार पत्र पूर्वञ्चल प्रहरी के मुख्य संपादक वशिष्ठ पांडे ने विश्वात्मा भरत गांधी की पुस्तक 'लोकतंत्र की पुनर्खोज' का विमोचन करते हुए पुस्तक की सामग्री की प्रशंसा की और कहा कि उम्मीद है कि यह पुस्तक केवल भारत के राजनेताओं और बुद्धिजीवियों का ही नहीं, पूरे विश्व के राजनेताओं का मार्गदर्शन करेगी। उन्होंने वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल द्वारा चलाये जा रहे राजनीतिक सुधार अभियान का समर्थन किया। असम की बाढ़ की समस्या के स्थाई समाधान के लिए निर्णायक लड़ाई लड़ने का संकल्प किया वीपीआई ने
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ललित पेगू ने विजय दिवस रैली को संबोधित करते हुए कहा कि पार्टी  असम की बाढ़ की समस्या का स्थाई समाधान होने तक लड़ेगी। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के अनुभवहीनाता के कारण एनआरसी की प्रक्रिया शुरु हुई। जिसमें असम की जनता का 1500 करोड़ रूपया बर्बाद हुआ, लोग सालो-साल तक दर दर भटकते रहे। असम के हर परिवार  पर लाखों रुपए का कर्ज हो गया और अंत में कुछ नहीं निकला, एक भी आदमी बांग्लादेश नहीं भेजा गया। उन्होंने कहा कि असम की सरकार कम से कम एक लाख रूपया असम के सभी नागरिकों को देकर क्षतिपूर्ति करे। श्री पेगू ने पार्टी कार्यकर्ताओं से अपील किया कि मशीनों, कुदरत की दौलत और कानूनों के कारण पैदा हो रहे फ्री के पैसे में अपनी भागीदारी लेने के लिए वह लंबी लड़ाई के लिए कमर कस ले। उन्होंने कहा कि सत्ताधारी पार्टी और देश का मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस दोनों देश की अर्थव्यवस्था में फ्री में पैदा हो रहे धन को लोगों में फ्री में  बांटने पर सहमत हो गए, यह हमारी पार्टी के बहुत बड़ी विजय है। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा की यह जीत श्री विश्वात्मा की बीस साल लम्बी तपस्या का परिणाम है।  
आर्थिक आजादी आंदोलन के प्रदेश अध्यक्ष तरनी बसुमतारी ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि वोटरशिप आन्दोलन के कारण ही 2015 में  जनधन खाते खुलवाए गए। 2016 में सरकार ने फ्री में पैसा देना स्वीकार किया। 2016 में  ही यूनिवर्सल बेसिक इनकम के नाम से 2600 रूपया  देने का प्रधानमंत्री ने वादा किया। देना लिखित मैं स्वीकार किया। 2018 में सरकार ने किसान सम्मान निधि के नाम पर किसानों को 500 देना शुरू किया। 2019 में मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने न्याय योजना के नाम पर 6000 रूपया प्रतिमाह देने की घोषणा की। इसलिए राष्ट्र ने माना के देश में फ्री की खजाने पर वोटर का हक है।
वीपीआई के अखिल भारतीय कमेटी के सदस्य शिवाकांत गोरखपुरी ने लोगों को बधाई देते हुए कहा की सन 2005 में वोटरों को पैसा देने के लिए 137 सांसदों ने संसद में विश्वात्मा भरत गांधी की याचिका पेश किया। 2008 में सीधे लोगों को पैसा देने के लिए आधार कार्ड कानून बना। 2009 में गैस सिलेंडर की छूट की रकम को सीधे घर-घर भेजा गया। 2 दिसंबर 2011 को संसद की एक्सपर्ट कमेटी ने वोटरों को फ्री में पैसा देना सही और संभव माना। इसलिए कांग्रेस ने न्याय  योजना की और भाजपा सरकार ने किसान सम्मान निधि योजना की घोषणा की। श्री पेगू ने कहा कि श्री विश्वात्मा द्वारा देश में सांसदों, बुध्धिजीवियों और आम जनता के बीच गत बीस सालों में जो ध्रुवीकरण कराया गया, उसी के परिणाम स्वरुप अभिजीत बनर्जी को नोबेल पुरस्कार मिला, उसके लिए पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं को गर्व है। यूरोपियन यूनियन की तर्ज पर भारत, पाकिस्तान, नेपाल, भूटान, श्रीलंका, चीन और मालद्वीव की एक साझी संसद व सरकार बनायेगी वीपीआई
राजनीतिक दलों व सामाजिक संगठनों के गठबंधन - गैप की प्रतिनिधि श्रीमती अमीना शेरवानी ने कहा कि अच्छी  बात है कि वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल सही समय पर लोकतंत्र, राष्ट्रीयता, राष्ट्रवाद और नागरिकता की नई परिभाषा लेकर राजनीति के अखाड़े में उतरी है। उन्होंने कहा की वोटरशिप की जिस बात करे समझने में दूसरे प्रदेशों के लोगों को विलम्ब हुआ, वह बात असम के लोगों ने सबसे पहले समझ ली। वोटरशिप आन्दोलन के कारण ही अभिजीत बनर्जी को नोबल पुरस्कार मिला। अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में ऐंड्रू यांग ने वोटरशिप के सिद्धांत को मुद्दा बनाया है। उन्होंने कहा कि यह अच्छी बात है कि यूरोपियन यूनियन की तर्ज पर भारत, पाकिस्तान, नेपाल, भूटान, श्रीलंका, चीन और मालद्वीव की एक साझी संसद, साझी  सरकार साझा न्यायलय व साझी सेना बनाने के लिए वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल के  कार्यकर्ता अंतिम सांस तक लड़ने के लिए संकल्पित है।
वीपीआई के तीसरे स्थापना दिवस समारोह आयोजित रैली को ग्लोबल स्टूडेंट्स यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष सुलेमान खान, महिला मोर्चा के प्रभारी शाहिदाबेगम, जय प्रकाश भारत आदि ने रैली को संबोधित किया। तुलाराम बोरो के नेतृत्व में पार्टी के सुरक्षा वालंटियर्स ने पुलिस के साथ मिलकर सुरक्षा का पुख्ता प्रबंध किया। बीच-बीच में पार्टी के सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के वालंटियरस ने पार्टी के संस्कृतिक प्रकोष्ठ के अखिल भारतीय प्रभारी कर्नल राजपाल मलिक के निर्देशन में अपना नृत्य और गान प्रस्तुति करके लोगों का मन मोह लिया। जिला और ब्लोक कमेटी के सदस्यों ने लगभग एक लाख पार्टी कार्यकर्ताओं को रैली तक पहुचाने में अथक परिश्रम किया। समारोह का संचालन एडवोकेट शाहजहां शेख ने किया।